NOT KNOWN DETAILS ABOUT BHOOT KI KAHANI

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Bhoot ki kahani

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मैंने मन ही मन में अपने रब का शुक्रिया किया जिस से मेरी उस भटकती आत्मा से कोई नुकसान नहीं हुआ , शायद ये मेरे अच्छे परिणामो का फल था ।

यह किस्सा मध्य प्रदेश के रीवा जिले का है। रीवा जिले में नेहरा नाम का एक गांव है, यहां के लोग बताते हैं की बहुत […]

फिर मैं उसका पता पढ़ कर उसके पते के अनुसार मैं उसके घर मिलने के लिए गया। दरवाजा खोलते ही एक आदमी आया और बोला कि क्या काम है तो मैंने बोला कि मुझे प्रीति से मिलना है।

मैंने न चाहते हुए भी उसे हाँ कह दिया। वह मेरे पीछे बाइक पर बैठ गई और मैंने अपनी बाइक स्टार्ट की चलने लगा ।रास्ते में मैंने उस औरत से पूछा की आप कहाँ रहती हैं और क्या करती हैं ?

तो मैंने देखा कि जैसे कोई सफेद साड़ी पहनकर,बाल खोलकर,लाल कलर की लाली लगाकर, जोर-जोर से हंस रही थी। मैने डर के मारे आंख नीचे कर लि.और नीचे देखने लगी। तभी कोई के चिल्लाने की आवाज आई.

दमयंती....... एक किन्नर का बदला अर्चना भालेराव "प्राहेहल"

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उस को बदलने में एक-दो घंटे लग जाऐंगे। हम सब लोग नीचे उतर गए. तभी उसने बोला पास में एक ढाबा है। वहां पर चाहो तो आप लोग जाकर बैठ कर आराम कर सकते हो। चाहो तो चाय पानी भी ले सकते हो। तब तक मैं गाड़ी का टायर बदल कर आ जाऊंगा। हम लोग पैदल चल कर ढाबे तक आए तो वहां एक बूढ़ा आदमी चाय बना रहा बना रहा था। हम लोग चाय पी रहे थे। कि मेरी नजर ढाबे के ऊपर गई.

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bhoot ki kahani को पढ़ना चाहते है। तो यहां पर हम ने कुछ bhoot ki kahani कहानी लिखी है जो सत्य घटना पर आधारित है। यह horror story को पढ़ा कर आपको काफी डर लगेगा।

बात बहुत पुरानी नही है, मै और मेरे दोस्त अपने आफिस से कुछ दिनो के लिए छुट्टी लेकर अपने तीसरे दोस्त संतोष के गांव मे […]

थोड़ी रात बीत गई । तभी हमारे एक मित्र ने कहा कि यहां पर ना तो बिजली है । ना तो टीवी है . हम लोग बैठकर यहां पर क्या करेंगे चलो । आज हम लोग थोड़ी मस्ती करते हैं। दूसरे मित्र ने बोला हम अपने साथ ताश के पत्ते लाए हैं । चलो खेलते हैं और हम लोग धीमी लालटेन को जलाकर।

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